Indian Army: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशभर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। इसी बीच, जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के उड़ी सेक्टर के चिरुंडा गांव में घुसपैठ की बड़ी कोशिश को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। सेना की सतर्कता के कारण आतंकियों की योजना सफल नहीं हो पाई, लेकिन इस मुठभेड़ में एक जवान ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। फिलहाल, इलाके में सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है और मुठभेड़ स्थल से गोलियों की आवाज लगातार सुनाई दे रही है।
घुसपैठ की कोशिश विफल, इलाका घेराबंदी में
जानकारी के मुताबिक, आतंकियों ने पाकिस्तान की ओर से एलओसी पार कर भारत में घुसने की कोशिश की। सेना ने समय रहते इस प्रयास को नाकाम कर दिया और जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी। इसके बाद से ही पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया है और तलाशी अभियान तेज़ कर दिया गया है। मुठभेड़ की वजह से आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है, वहीं लोग सेना की इस वीरता की सराहना कर रहे हैं।
एक सप्ताह में कई मुठभेड़ें
पिछले एक हफ्ते में जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में मुठभेड़ें हो चुकी हैं। सेना और सुरक्षा बल स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए किसी भी तरह की चूक की गुंजाइश नहीं छोड़ रहे हैं। इससे पहले, एक सप्ताह पूर्व किश्तवाड़, कठुआ और बारामूला में मुठभेड़ें हुई थीं। इन अभियानों में बारामूला के चक टप्पर क्रेरी पट्टन इलाके में सुरक्षा बलों ने 4 आतंकियों को ढेर किया था और भारी मात्रा में हथियार व गोला-बारूद बरामद किया था।
शहादत और सफलता का सिलसिला
पिछले हफ्ते की मुठभेड़ों में 2 जवान शहीद हुए थे और 2 अन्य घायल हुए थे। मौजूदा घटना एक हफ्ते के भीतर दूसरी बड़ी मुठभेड़ है जिसमें सेना के जवान ने देश की रक्षा करते हुए बलिदान दिया है। सुरक्षा एजेंसियां लगातार सीमा और घाटी में ऑपरेशनों के जरिए आतंकियों के मंसूबों को नाकाम कर रही हैं, जिससे आतंकी नेटवर्क को बड़ा नुकसान पहुंच रहा है।
सतर्कता और देशभक्ति का उदाहरण
स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर सुरक्षा बलों की यह चौकसी देशवासियों के लिए गर्व का विषय है। जवानों की शहादत और बहादुरी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि देश की सीमाएं सुरक्षित हाथों में हैं। सेना के इन प्रयासों ने न केवल एक संभावित आतंकी हमले को रोका, बल्कि देश में अमन-चैन बनाए रखने का संदेश भी दिया।