IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज़ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के नए चक्र का हिस्सा है। इस चक्र की शुरुआत भारत के लिए धीमी रही थी, लेकिन दूसरे ही मैच में टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया है। बर्मिंघम टेस्ट की पहली पारी में टीम ने 587 रन बना दिए हैं, जो विदेशी ज़मीन पर भारत का सबसे बड़ा स्कोर है। यह स्कोर अपने आप में एक कीर्तिमान बन चुका है।
WTC में सबसे बड़ा स्कोर अब भी इंग्लैंड के नाम
भले ही भारत ने बर्मिंघम में 587 रन बनाए हों, लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के इतिहास में सबसे बड़ा स्कोर इंग्लैंड के नाम ही है। इंग्लैंड ने साल 2024 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में 823 रन बनाए थे। वो पारी इतनी लंबी थी कि टीम को सात विकेट पर डिक्लेयर करना पड़ा। भारत ने अब तक WTC में सबसे ज़्यादा 601 रन बनाए थे जो 2019 में पुणे में साउथ अफ्रीका के खिलाफ थे।
विदेशी ज़मीन पर भारत का सबसे बड़ा स्कोर
अब तक भारत का विदेश में टेस्ट में WTC के तहत सबसे बड़ा स्कोर 487 रन था, जो पिछले साल पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया गया था। लेकिन इस बार शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने बर्मिंघम की पिच पर 587 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली है। यह स्कोर टीम की विदेशी ज़मीन पर अब तक की सबसे बेहतरीन पारी बन गई है।
इतने बड़े स्कोर के बाद क्या भारत जीत दर्ज कर पाएगा?
इतना बड़ा स्कोर तभी फायदेमंद होता है जब मैच जीता जाए। इंग्लैंड की पहली पारी में अब तक भारत ने उन्हें बैकफुट पर धकेल दिया है। लेकिन टेस्ट मैच का खेल बहुत उतार-चढ़ाव वाला होता है। भारत को पूरे पांच दिन तक दबदबा बनाए रखना होगा। अगर गेंदबाज़ अच्छी लाइन लेंथ के साथ विकेट निकालते रहे तो मैच पर भारत की पकड़ मज़बूत हो सकती है।
क्या भारत इस बार फाइनल तक पहुंचेगा?
WTC के पिछले दो सीज़न में भारत फाइनल तक पहुंचा लेकिन दोनों बार जीत नहीं सका। अब तीसरे चक्र में टीम ने अच्छी शुरुआत की है। बर्मिंघम टेस्ट का ये प्रदर्शन भविष्य की राह में उम्मीद की किरण है। अगर टीम लगातार अच्छा खेल दिखाती रही तो तीसरी बार फाइनल की दावेदारी फिर मजबूत हो सकती है।