IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे अंतिम और पांचवें टेस्ट मैच में टीम इंडिया की पहली पारी बेहद निराशाजनक रही। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने शानदार स्विंग गेंदबाजी करते हुए भारतीय बल्लेबाजी क्रम को कमजोर कर दिया और टीम को एक छोटे स्कोर पर समेट दिया। इस पारी में करुण नायर ने पहले दिन संघर्ष करते हुए अर्धशतक पूरा किया और 52 रन बनाकर नाबाद लौटे। उम्मीद थी कि अगले दिन वे एक बड़ी पारी खेलेंगे, लेकिन दूसरे दिन उन्होंने फिर से निराश किया और महज़ 57 रनों पर आउट हो गए। यह प्रदर्शन अब उनके करियर के लिए खतरे की घंटी बनता दिख रहा है।
लगातार मौके के बावजूद नहीं कर सके बड़ा प्रदर्शन
करुण नायर ने इस टेस्ट सीरीज़ में अब तक पांच में से चार मैच खेले हैं, लेकिन वे सिर्फ एक बार ही अर्धशतक बना सके हैं। यही अर्धशतक उन्होंने इस आखिरी टेस्ट मैच की पहली पारी में लगाया, बाकी मैचों में वे शुरुआत तो अच्छी करते रहे, पर उसे बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाए। कप्तान शुभमन गिल ने उन पर भरोसा दिखाते हुए बार-बार मौका दिया, लेकिन करुण ने हर बार निराश ही किया। ऐसा लगता है मानो करुण नायर ने उस भरोसे को तोड़ने की ठान ली हो, जो टीम मैनेजमेंट ने उनके अंदर दिखाया था।
दूसरे दिन भी नहीं दिखा संयम, DRS भी बेकार गया
दूसरे दिन जब खेल की शुरुआत हुई, करुण नायर ने पहली ही गेंद पर चौका लगाया और उम्मीद जगी कि आज वे लंबा खेलेंगे। लेकिन जल्द ही उनकी पारी 57 रनों पर समाप्त हो गई। उन्होंने कुल 109 गेंदें खेलीं और 8 चौके लगाए। जिस गेंद पर वे आउट हुए वह सीधा मिडल स्टंप की ओर जा रही थी और अंपायर ने तुरंत उन्हें आउट करार दिया। लेकिन करुण ने बिना सोचे-समझे DRS ले लिया, जिससे साफ हो गया कि वे न केवल तकनीकी रूप से चूके, बल्कि मानसिक रूप से भी तैयार नहीं थे। DRS में आउट की पुष्टि होने से उनका विकेट भी गया और आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा।
अब बची है आखिरी पारी, करियर का सवाल
अब करुण नायर के पास खुद को साबित करने का सिर्फ एक मौका और बचा है — भारत की दूसरी पारी। अगर वे वहां रन नहीं बना सके, तो संभव है कि चयनकर्ता उन्हें अगली टेस्ट सीरीज़ में नजरअंदाज कर दें। करुण की लगातार असफलता ने उनके करियर को एक संकट के मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि BCCI की चयन समिति उनके अब तक के प्रदर्शन को किस नजर से देखती है। क्या करुण को एक और मौका मिलेगा, या फिर भारतीय टेस्ट टीम में उनकी कहानी यहीं खत्म हो जाएगी — इसका फैसला अब उनकी अगली पारी पर टिका है।