IND vs ENG: टीम इंडिया ने वह कारनामा कर दिखाया जो पिछले 58 सालों में नहीं हो पाया था। इंग्लैंड के एजबेस्टन मैदान पर भारत ने टेस्ट मैच में शानदार जीत दर्ज की और सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया। इस ऐतिहासिक जीत में सबसे बड़ा योगदान तेज गेंदबाज आकाश दीप का रहा जिन्होंने इंग्लिश बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी।
10 विकेट लेकर रचा इतिहास
आकाश दीप ने एजबेस्टन टेस्ट में कुल 10 विकेट झटके। पहली पारी में उन्होंने 4 और दूसरी पारी में 6 विकेट लेकर इंग्लैंड को बैकफुट पर ढकेल दिया। वह इंग्लैंड में 10 विकेट लेने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बन गए हैं। यह उपलब्धि उन्हें टीम इंडिया के गेंदबाजों के बीच एक खास स्थान दिलाती है।
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बहन के लिए खेली गई ऐतिहासिक पारी
इस यादगार प्रदर्शन के बाद आकाश दीप ने एक भावुक खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उनकी बहन पिछले दो महीने से कैंसर से जूझ रही हैं और वे इस मैच के दौरान हर समय उन्हें याद कर रहे थे। उन्होंने कहा, “मैंने अब तक किसी को यह नहीं बताया था लेकिन मैं यह जीत अपनी बहन को समर्पित करता हूं।”
मुश्किल हालात में भी नहीं हारी उम्मीद
आकाश ने बताया कि उनकी बहन की तबीयत अब थोड़ी स्थिर है लेकिन मानसिक रूप से उन्होंने बहुत कुछ झेला है। “हर बार जब मैं गेंदबाजी कर रहा था तो उनकी मुस्कान मेरे ज़हन में थी। मैंने इस प्रदर्शन से उनके चेहरे पर खुशी लाने की कोशिश की। ये जीत मेरी बहन के नाम है,” उन्होंने कहा।
युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बना आकाश
आकाश दीप का संघर्ष और समर्पण हर युवा खिलाड़ी के लिए प्रेरणा है। जब एक खिलाड़ी पारिवारिक संकटों से जूझते हुए भी मैदान पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करता है तो उसकी भावना और जुनून को सलाम किया जाना चाहिए। आकाश ने साबित कर दिया कि क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं है बल्कि जज्बातों का संग्राम भी है।

