दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में एक मामूली सा पार्किंग विवाद खून-खराबे में बदल गया। ये घटना गुरुवार 7 अगस्त की रात करीब 11 बजे की है जब बॉलिवुड अभिनेत्री हुमा कुरैशी के कजिन भाई आसिफ कुरैशी की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार दो युवकों ने स्कूटी को आसिफ के घर के मुख्य दरवाजे के सामने पार्क कर दिया था। जब आसिफ ने उन्हें मना किया तो दोनों ने उन पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। हमले के बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार के बीच पसरा मातम और डर
आसिफ कुरैशी की मौत ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। आसिफ के घरवालों का कहना है कि पार्किंग को लेकर पहले भी झगड़े हो चुके थे। इस बार बात इतनी बढ़ गई कि उनकी जान ही ले ली गई। आसिफ की पत्नी शाइना ने बताया कि जिस युवक ने हमला किया वह भी उसी इलाके का निवासी है और लंबे समय से इन बातों को लेकर तनाव बना हुआ था। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है।
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हुमाकुरैशी के करीबी थे आसिफ कुरैशी
आसिफ कुरैशी बॉलिवुड एक्ट्रेस हुमा कुरैशी के चाचा के बेटे थे यानी कि कजिन भाई थे। 42 वर्षीय आसिफ दिल्ली के निजामुद्दीन थाना क्षेत्र में अपने परिवार के साथ रहते थे। उनका खुद का चिकन सप्लाई का बिज़नेस था जो वह रेस्टोरेंट्स और होटलों को सप्लाई करते थे। आसिफ की दो शादियां हुई थीं। उनकी दूसरी पत्नी का नाम शाइना है जिनसे उन्होंने 2018 में लव मैरिज की थी। शाइना पहले जैन धर्म की थीं और उनका नाम रेनू जैन था। शादी के बाद उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया।
दिल्ली से मुंबई तक का हुमाकुरैशी का सफर
बात करें हुमा कुरैशी की तो वह दिल्ली की रहने वाली हैं और दिल्ली यूनिवर्सिटी के गर्गी कॉलेज से पढ़ाई कर चुकी हैं। उनके पिता सलीम कुरैशी दिल्ली में मशहूर रेस्टोरेंट चेन ‘सलीम’ के मालिक हैं। उनके तीन भाई हैं जिनमें से एक शाकिब सलीम बॉलिवुड में ऐक्टर हैं जबकि बाकी दोनों भाई अपने पिता के साथ कारोबार संभालते हैं। हुमा के परिवार की गहरी जड़ें दिल्ली में हैं और इस वारदात से पूरा परिवार गम में डूबा हुआ है।
समाज में बढ़ती हिंसा पर उठते सवाल
आसिफ कुरैशी की हत्या ने एक बार फिर समाज में बढ़ती असहिष्णुता और छोटी-छोटी बातों पर होने वाले हिंसक झगड़ों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक साधारण पार्किंग विवाद किसी की जान ले सकता है यह सोच कर ही दिल दहल जाता है। पुलिस प्रशासन को भी ऐसे मामलों में सख्ती बरतनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। आसिफ की मौत से न सिर्फ उनका परिवार बल्कि पूरी दिल्ली स्तब्ध है।