Gold Price Today: गुरुवार को जीएसटी दरों में कटौती की घोषणा का असर सोने और चांदी की कीमतों पर साफ देखा गया। घरेलू फ्यूचर्स मार्केट में दोनों की कीमतों में तेज गिरावट दर्ज की गई। निवेशकों में जोखिम लेने की प्रवृत्ति बढ़ गई, जिससे सोने और चांदी की कीमतों में दबाव देखा गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (MCX) पर अक्टूबर फ्यूचर्स सोना 1.08 प्रतिशत गिरकर ₹1,06,039 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था। वहीं, दिसंबर फ्यूचर्स चांदी की कीमत 1.44 प्रतिशत गिरकर ₹1,24,061 प्रति किलोग्राम रही।
बाजार में नई उम्मीदें
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में कई उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं पर कर दरों में कमी की घोषणा की गई। इन सुधारों का उद्देश्य उपभोग को बढ़ावा देना, आर्थिक गतिविधियों को गति देना और आयात पर पड़ने वाले शुल्क के प्रभाव को कम करना है। इस घोषणा के बाद निवेशकों में उत्साह बढ़ा और बाजार में नई उम्मीदें जगीं। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों पर दबाव देखा गया। हाल ही में सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर था, लेकिन निवेशकों ने मुनाफा बुकिंग की वजह से कीमतों में गिरावट आई। वहीं, 17 सितंबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक को लेकर बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है।
प्रमुख मेट्रो शहरों में आज का सोना
आज यानी 4 सितंबर 2025 को दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹10,701 प्रति ग्राम, 22 कैरेट ₹9,810 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोना (999 गोल्ड) ₹8,027 प्रति ग्राम दर्ज की गई। मुंबई में 24 कैरेट सोना ₹10,686 प्रति ग्राम, 22 कैरेट ₹9,795 प्रति ग्राम और 18 कैरेट ₹8,014 प्रति ग्राम पर ट्रेड कर रहा था। कोलकाता में भी 24 कैरेट सोना ₹10,686, 22 कैरेट ₹9,795 और 18 कैरेट ₹8,014 प्रति ग्राम की दर से उपलब्ध था।
चेन्नई में सोने की कीमतें
चेन्नई में आज 24 कैरेट सोने की कीमत ₹10,686 प्रति ग्राम, 22 कैरेट ₹9,795 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोना ₹8,110 प्रति ग्राम दर्ज की गई। इस प्रकार पूरे देश में सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई, जो निवेशकों के लिए लाभ लेने का अवसर भी साबित हो सकती है। हालांकि, कीमतों में उतार-चढ़ाव बाजार की अनिश्चितता और वैश्विक आर्थिक कारकों से प्रभावित होता रहता है।
निवेशकों की प्रतिक्रिया और भविष्य का अनुमान
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के बाद निवेशकों ने सक्रिय होकर मार्केट में नए मौके तलाशने शुरू कर दिए हैं। जीएसटी सुधारों के कारण बाजार में सकारात्मक रुझान देखा गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक में ब्याज दरों में कोई बड़ा बदलाव नहीं होता है तो सोने और चांदी की कीमतों में धीरे-धीरे स्थिरता आ सकती है। निवेशक इस समय सतर्क रहने और बाजार की चाल को समझकर निर्णय लेने की सलाह दे रहे हैं।