Google DeepMind ने एक ऐसा AI मॉडल पेश किया है जो रोबोट को बिना इंटरनेट के भी काम करने की ताकत देता है। इसका नाम है Gemini Robotics On-Device। इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब रोबोट को काम करने के लिए Wi-Fi या क्लाउड कनेक्शन की जरूरत नहीं होगी। यानी अब ये रोबोट पहाड़ों, जंगलों और दूरदराज़ इलाकों में भी आसानी से इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
रोबोट अब समझेगा, बोलेगा और तुरंत एक्शन लेगा
Gemini Robotics On-Device की सबसे खास बात यह है कि यह दो हाथों वाले रोबोट्स को इंसानों जैसी समझ और प्रतिक्रिया देने की क्षमता देता है। यह सिस्टम कम पावर और लो लेटेंसी पर काम करता है यानी जैसे ही इंसान कोई आदेश देगा, रोबोट तुरंत प्रतिक्रिया देगा। यह तकनीक उन जगहों के लिए बेहद फायदेमंद है जहां रीयल-टाइम यानी फौरन एक्शन की ज़रूरत होती है।
इंटरनेट नहीं, केवल कुछ उदाहरणों से सीखेगा रोबोट
इस AI मॉडल की ट्रेनिंग प्रक्रिया भी बेहद स्मार्ट है। रोबोट को किसी काम को सीखने के लिए केवल 50 से 100 उदाहरण ही दिखाने होते हैं। यानी कपड़े तह करना हो या कोई बैग खोलना और बंद करना, रोबोट केवल कुछ बार देखकर सीख सकता है। इससे ट्रेनिंग का समय और लागत दोनों कम हो जाती है और उपयोगकर्ता आसानी से रोबोट को नई चीज़ें सिखा सकते हैं।
कई रोबोट्स पर हुआ टेस्ट, सभी में शानदार प्रदर्शन
Google ने इस मॉडल को ALOHA सिस्टम में ट्रेन किया है और फिर इसे Franka Emika FR3 और Apptronik Apollo जैसे ह्यूमैनॉइड रोबोट्स में टेस्ट किया गया। हर प्लेटफॉर्म पर इस AI ने कठिन से कठिन कार्यों को सटीकता से पूरा किया। चाहे इंडस्ट्रियल बेल्ट असेंबली हो या किसी वस्तु को पहचानकर उठाना, Gemini Robotics On-Device ने सभी जगह शानदार परफॉर्म किया है।
फिलहाल कुछ ही को मिलेगा एक्सेस, लेकिन भविष्य में बड़ा बदलाव तय
फिलहाल यह सिस्टम केवल Google के Trusted Tester प्रोग्राम के तहत कुछ चुनिंदा डेवलपर्स को ही उपलब्ध है। इच्छुक डेवलपर्स Gemini Robotics SDK और MuJoCo फिजिक्स सिम्युलेटर की मदद से इस पर प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन अगर यह तकनीक जनसामान्य के लिए उपलब्ध होती है तो हेल्थकेयर, फैक्ट्री, घरेलू सहायक से लेकर आपदा राहत तक, रोबोट्स हर जगह इंसानों की मदद करते दिखाई देंगे।