GDP: अगले वित्त वर्ष 2025-26 में भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 65 प्रतिशत रहने का अनुमान है। EY का मानना है कि दीर्घकालिक वृद्धि के लिए संतुलित वित्तीय रणनीति अपनाने की जरूरत है जिसमें मानव संसाधन विकास और वित्तीय अनुशासन का ध्यान रखा जाए।
FY 2024-25 में 64% रहेगी आर्थिक वृद्धि दर
रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की GDP वृद्धि दर 64 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इसके लिए वित्तीय नीति को भारत के विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में आगे बढ़ना होगा। नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (NSO) के अनुसार FY23 से FY25 तक GDP वृद्धि दर 76% 92% और 65% रहने का अनुमान है।
चौथी तिमाही में 76% की ग्रोथ जरूरी
इस साल की तीसरी तिमाही में GDP ग्रोथ 62 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। सालाना लक्ष्य (65%) पाने के लिए चौथी तिमाही में 76 प्रतिशत की वृद्धि दर जरूरी होगी जिसके लिए निजी खपत व्यय में 99 प्रतिशत की वृद्धि की आवश्यकता होगी जो हाल के वर्षों में नहीं देखी गई है।
सरकारी निवेश से मिलेगा बढ़ावा
रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकारी पूंजीगत खर्च में वृद्धि से विकास दर को सहारा मिल सकता है। हालांकि यदि सरकार संशोधित अनुमान के अनुसार अतिरिक्त अनुदान की मांग करती है तो इससे राजकोषीय घाटा प्रभावित हो सकता है।
शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ाने की जरूरत
EY की रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि भारत को शिक्षा और स्वास्थ्य में अधिक निवेश की आवश्यकता है। 2047-48 तक शिक्षा पर सरकारी खर्च GDP का 65 प्रतिशत और स्वास्थ्य पर 38 प्रतिशत तक बढ़ाने की जरूरत होगी ताकि दीर्घकालिक वृद्धि और मानव संसाधन में सुधार हो सके।