Gautam Adani के नेतृत्व वाले अडानी समूह ने अगले पाँच वर्षों में केरल में 30,000 करोड़ रुपये के बड़े निवेश की घोषणा की है। इस निवेश में विशेष रूप से विजिंजम पोर्ट के विकास के लिए अतिरिक्त 20,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह घोषणा अडानी पोर्ट्स और एसईजेड लिमिटेड (APSEZ) के प्रबंध निदेशक करन अडानी ने इन्वेस्ट केरल ग्लोबल समिट (IKGS) 2025 में की। इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने लुलु बोलगट्टी इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में किया।
विजिंजम पोर्ट: वैश्विक व्यापार के लिए महत्वपूर्ण केंद्र
इस कार्यक्रम में करन अडानी ने विजिंजम पोर्ट की रणनीतिक महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि यह पोर्ट विश्व के सबसे व्यस्त शिपिंग मार्गों में से एक है। वर्ष 2015 में अडानी समूह ने इस परियोजना को अपने हाथ में लिया था और अब तक इस पर 5,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यह पोर्ट आधिकारिक उद्घाटन से पहले ही 24,000 कंटेनरों की क्षमता के साथ भारत के तट पर सबसे बड़े कंटेनर जहाज को संभालने वाला पहला पोर्ट बन गया है।
विजिंजम पोर्ट का विस्तार और भविष्य की योजनाएँ
विजिंजम भारत का पहला ट्रांस-शिपमेंट हब है, और अब इसका दायरा और अधिक बढ़ाया जाएगा। अडानी समूह का उद्देश्य इस बंदरगाह को एक विश्व स्तरीय शिपिंग हब में परिवर्तित करना है।
इसके तहत निम्नलिखित योजनाएँ प्रस्तावित हैं:
- विजिंजम पोर्ट का विस्तारीकरण: 20,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश से बंदरगाह को और विकसित किया जाएगा।
- नई तकनीकों का समावेश: पोर्ट को अत्याधुनिक उपकरणों और सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
- वैश्विक व्यापार को बढ़ावा: यह पोर्ट भारत के समुद्री व्यापार को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में सहायक होगा।
तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विकास
Yesterday, at the Invest Kerala Global Summit 2025, Mr @AdaniKaran outlined the Adani Group’s Rs. 30,000 crore investment plan for Kerala. The roadmap focuses on transformative projects across ports, airports, logistics and infrastructure to drive economic growth and create… pic.twitter.com/PLHzWZ7whl
— Adani Group (@AdaniOnline) February 22, 2025
अडानी समूह केरल में सिर्फ विजिंजम पोर्ट पर ही नहीं, बल्कि तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भी एक प्रमुख वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बना रहा है। इस योजना के अंतर्गत:
- वर्तमान में 4.5 मिलियन यात्रियों की क्षमता वाले हवाईअड्डे को 12 मिलियन यात्रियों की क्षमता तक विस्तारित किया जाएगा।
- इस परियोजना में 5,500 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
- अत्याधुनिक टर्मिनल और आधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा।
कोच्चि में लॉजिस्टिक्स और ई-कॉमर्स हब का निर्माण
कोच्चि को दक्षिण भारत के प्रमुख लॉजिस्टिक्स और ई-कॉमर्स केंद्र के रूप में विकसित करने की भी योजना बनाई गई है।
- यह हब आधुनिक लॉजिस्टिक्स सुविधाओं और अत्याधुनिक भंडारण क्षमताओं से लैस होगा।
- ऑनलाइन व्यापार और निर्यात-आयात गतिविधियों को सुगम बनाया जाएगा।
- स्थानीय व्यापारियों और छोटे उद्यमियों को वैश्विक बाजार से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
कोच्चि में सीमेंट उत्पादन क्षमता में वृद्धि
कोच्चि में अडानी समूह अपनी सीमेंट उत्पादन क्षमता को भी बढ़ाने की योजना बना रहा है। इससे:
- स्थानीय निर्माण उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
- रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
- केरल के बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान मिलेगा।
केरल के आर्थिक विकास में अडानी समूह का योगदान
अडानी समूह के इन निवेशों से केरल में आर्थिक विकास को नई दिशा मिलेगी। ये परियोजनाएँ न केवल राज्य के बुनियादी ढाँचे को मजबूत करेंगी, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेंगी।
इन प्रमुख परियोजनाओं से:
- रोजगार सृजन: हजारों युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार मिलेगा।
- व्यापारिक अवसरों का विस्तार: स्थानीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार को प्रोत्साहन: विजिंजम पोर्ट और तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट के विस्तार से विदेशी निवेश को आकर्षित किया जाएगा।
अडानी समूह द्वारा केरल में किया जा रहा यह निवेश राज्य की अर्थव्यवस्था और आधारभूत संरचना को मजबूती प्रदान करेगा। विजिंजम पोर्ट, तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट, कोच्चि लॉजिस्टिक्स हब, और सीमेंट उत्पादन परियोजनाएँ केरल को भारत के प्रमुख व्यावसायिक और लॉजिस्टिक्स केंद्रों में स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी। अगले पाँच वर्षों में, केरल का रूपांतरण एक आधुनिक और वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में होगा, जिससे राज्य के विकास को नई दिशा मिलेगी।