दिल्ली प्रीमियर लीग (DPL 2025) में खेल रहे साउथ दिल्ली सुपरस्टार्स के तेज गेंदबाज दिग्वेश राठी एक बार फिर अपने व्यवहार को लेकर विवादों में आ गए हैं। 5 अगस्त को हुए मैच में वेस्ट दिल्ली लायंस के खिलाफ गेंदबाजी करते हुए उन्होंने बल्लेबाज अंकित कुमार से अभद्रता की। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
गेंदबाजी से ज़्यादा बहस में उलझे राठी
यह घटना वेस्ट दिल्ली की पारी के पांचवें ओवर में हुई। दिग्वेश राठी ने आखिरी गेंद पर रन-अप तो पूरा किया लेकिन गेंद नहीं डाली। इसके बाद वह राउंड द विकेट आकर गेंद डालने लगे, जिसे देखकर अंकित कुमार क्रीज छोड़कर पीछे हट गए। दोनों खिलाड़ियों के बीच बहस शुरू हो गई, जिससे मैच का माहौल तनावपूर्ण हो गया। अंपायरों को बीच-बचाव करना पड़ा।
Digvesh rathi's Software updated by batsman ankit kumar after a heated exchange in Delhi premier league pic.twitter.com/XKZKJQOOoV
— Sawai96 (@Aspirant_9457) August 6, 2025
अंकित कुमार ने बल्ले से दिया करारा जवाब
इस विवाद के बाद, अंकित कुमार ने मैदान पर जवाब दिया और दिग्वेश राठी के तीसरे ओवर में दो लंबे छक्के लगाए। इसके बाद उन्होंने राठी की ओर इशारा भी किया, जिससे राठी और अधिक गुस्से में आ गए। राठी ने कुल तीन ओवर में 33 रन दिए और एक भी विकेट नहीं ले सके। वहीं, अंकित कुमार ने 46 गेंदों में 11 चौकों और 6 छक्कों की मदद से 96 रनों की विस्फोटक पारी खेली। वेस्ट दिल्ली लायंस ने यह मैच 8 विकेट से जीत लिया।
IPL 2025 में भी कर चुके हैं अनुशासनहीनता
यह पहली बार नहीं है जब दिग्वेश राठी विवादों में घिरे हों। IPL 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स की ओर से खेलते हुए उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद के बल्लेबाज अभिषेक शर्मा से भी मैदान पर बहस की थी। इस घटना के बाद BCCI ने उन्हें एक मैच के लिए निलंबित भी किया था। हालांकि, उन्होंने उस सीज़न में 14 विकेट लिए थे, लेकिन उनका आक्रामक रवैया हमेशा चर्चा में रहा।
भविष्य के लिए खतरा बनता व्यवहार
दिग्वेश राठी जैसे युवा खिलाड़ियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन अगर उनका अनुशासन इस तरह प्रभावित होता रहा, तो उनके क्रिकेट करियर पर सवाल खड़े हो सकते हैं। खेल केवल प्रदर्शन का ही नहीं, बल्कि आचरण और खेल भावना का भी मंच है। DPL प्रबंधन और संबंधित क्रिकेट बोर्ड को इस पर सख्त रुख अपनाने की आवश्यकता है ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक सकारात्मक उदाहरण मिल सके।