Delhi News: दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति ने पिछले बुधवार को कई जरूरी परियोजनाओं को मंजूरी दे दी जो लंबे समय से अटकी हुई थीं। बीते दो वर्षों से स्थायी समिति के गठन में देरी होने के कारण ये काम रुके हुए थे। अब जब समिति गठित हो चुकी है तो भारत दर्शन पार्क में ऑटोमेटेड मल्टीलेवल पार्किंग, गाजीपुर स्लॉटर हाउस में गोबर प्रोसेसिंग यूनिट और शहर के चार ज़ोन में एलईडी स्ट्रीट लाइट्स बदलने जैसे प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा दिया गया है।
भारत दर्शन पार्क में बनेगा हाईटेक पार्किंग सिस्टम
एमसीडी की योजना के अनुसार भारत दर्शन पार्क में अब एक ऑटोमेटेड पज़ल पार्किंग सिस्टम बनेगा जिसमें कुल 188 वाहन खड़े किए जा सकेंगे। यह प्रोजेक्ट ₹31.6 करोड़ की लागत से 12 महीनों में पूरा होगा। समिति अध्यक्ष सत्य शर्मा के अनुसार यह तकनीकी रूप से अत्याधुनिक सिस्टम पर्यटकों के लिए राहतभरा होगा और ट्रैफिक नियंत्रण में भी सहायक रहेगा। इसे बनाने वाली एजेंसी को 10 वर्षों तक संचालन और रखरखाव की ज़िम्मेदारी भी दी जाएगी।
गाजीपुर स्लॉटर हाउस में लगेगा गोबर प्रोसेसिंग प्लांट
साल 2022 में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने गाजीपुर स्लॉटर हाउस का संचालन एनजीटी के आदेशों और पर्यावरण मानकों के उल्लंघन के चलते रोक दिया था। बाद में समयबद्ध शर्तों के साथ इसे दोबारा खोलने की अनुमति मिली जिसमें इन्जेस्टा और आरओ प्लांट लगाना जरूरी था। आरओ प्लांट पहले ही पीपीपी मॉडल पर लग चुका है। अब ₹36 करोड़ की लागत वाले इन्जेस्टा प्लांट को भी मंजूरी मिल चुकी है जिससे पर्यावरण मानकों का पालन हो सकेगा।
चार ज़ोन में बदले जाएंगे चार लाख एलईडी लाइट्स
एमसीडी समिति ने दिल्ली के चार प्रमुख ज़ोन – सेंट्रल, साउथ, वेस्ट और नजफगढ़ में करीब चार लाख एलईडी स्ट्रीट और पार्क लाइट्स को फेज़ में बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। यह ₹1,144 करोड़ की लागत का प्रोजेक्ट है जिसे अगले 10 वर्षों तक बनाए रखने और ऑपरेट करने की योजना भी इसी प्रस्ताव में शामिल है। इससे न केवल बिजली की बचत होगी बल्कि रात के समय रोशनी की समस्या भी दूर होगी।
सड़क सफाई के लिए नई मशीनें और बैकहो लोडर्स खरीदे जाएंगे
शहर की सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए एमसीडी ने 24 मैकेनिकल रोड स्वीपर्स की मरम्मत और रखरखाव को भी मंजूरी दी है। इसके अलावा 17 नए बैकहो लोडर्स भी खरीदे जाएंगे जो कचरा उठाने के काम में लगेंगे। इन प्रयासों से दिल्ली की सड़कों की सफाई में और तेजी आएगी और प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी।