Delhi News: दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर है। मौसम विभाग ने 24 और 25 जून को बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि दिल्ली में कभी भी मानसून दस्तक दे सकता है। सोमवार को ही आसमान में बादल छाए रहे जिससे इस उम्मीद को और बल मिला है कि गर्मी से बेहाल दिल्लीवासियों को अब राहत मिलने वाली है। मानसून से पहले तैयारी के तौर पर दिल्ली सरकार ने सड़कों को दुरुस्त करने का बीड़ा उठाया है।
एक दिन में 3400 गड्ढों को भरने का लक्ष्य
दिल्ली सरकार के मंत्री परवेश वर्मा ने खुद मोर्चा संभालते हुए जानकारी दी कि राजधानी की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने का कार्य शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि “हमारा लक्ष्य है कि एक ही दिन में 3400 गड्ढे भरे जाएं। सुबह 11 बजे तक हमने 50% से ज्यादा गड्ढे भर दिए हैं और शाम तक पूरा कार्य पूरा हो जाएगा।” उन्होंने कहा कि यह काम पूरी पारदर्शिता और जिम्मेदारी के साथ किया जा रहा है ताकि लोगों को सुरक्षित और बेहतर सड़कें मिल सकें।
खराब सड़कों से जुड़े हादसों को रोकना उद्देश्य
परवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली की सड़कों पर गड्ढों की वजह से कई दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें लोगों की जान तक चली जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य सिर्फ मानसून की तैयारियां करना नहीं है बल्कि स्थायी रूप से दिल्ली की सड़कों को सुरक्षित और विश्वस्तरीय बनाना है। उन्होंने कहा, “पहले जब दिल्ली से बाहर निकलते थे तो पता चलता था कि दिल्ली खत्म हो गई है, अब दिल्ली की पहचान गड्ढों से हो गई है, इसे बदलना है।
#WATCH दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा, "मानसून कभी भी आ सकता है। हमने आज एक ही दिन में 3400 गड्ढे भरने का संकल्प रखा है। हमने 50% से ज्यादा गड्ढे भर दिए हैं। शाम तक सभी गड्ढे भर देंगे। हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है कि हमें दिल्ली को अच्छी सड़कें देनी हैं।" https://t.co/iKqjW3Z1nL pic.twitter.com/WXUdxv5MPV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 24, 2025
”मौके पर खुद पहुंचे मंत्री, निगरानी का विशेष इंतजाम
सरकारी काम में ढिलाई ना हो, इसके लिए मंत्री परवेश वर्मा खुद मौके पर पहुंचे और PWD इंजीनियरों और कर्मचारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि काम में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके साथ ही हर गड्ढे की स्थिति की फोटोज ली जा रही हैं और उसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपडेट किया जा रहा है ताकि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे।
अब राहत की उम्मीद, लेकिन जिम्मेदारी भी बड़ी
बारिश की पहली बूंद से पहले सरकार की यह कोशिश सराहनीय मानी जा रही है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि ये मरम्मत कितनी टिकाऊ और प्रभावी साबित होती है। दिल्ली में मानसून के दौरान जलभराव और टूटी सड़कों की समस्या हर साल सामने आती है। अगर इस बार सरकार की तैयारियां ज़मीनी स्तर पर मजबूत रहीं, तो यह दिल्ली के लिए एक नई शुरुआत होगी।

