भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को AU Small Finance Bank लिमिटेड को यूनिवर्सल बैंक के रूप में कार्य करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी (In-Principle Approval) दे दी है। इसका अर्थ है कि अब यह बैंक देश के अन्य पूर्ण बैंक की तरह सभी बैंकिंग सेवाएं प्रदान कर सकेगा। यह लगभग एक दशक में जारी पहला पूर्ण बैंकिंग लाइसेंस है, जिससे बैंकिंग सेक्टर में एक नया अध्याय जुड़ गया है।
2017 से शुरू हुआ था संचालन
AU स्मॉल फाइनेंस बैंक को वर्ष 2015 में स्मॉल फाइनेंस बैंक का लाइसेंस मिला था, जिसके बाद इसने अप्रैल 2017 में अपने बैंकिंग संचालन की शुरुआत की। बीते कुछ वर्षों में बैंक ने तेजी से अपना विस्तार किया है और अब यह 21 राज्यों और 4 केंद्रशासित प्रदेशों में 2505 से अधिक शाखाओं के साथ सक्रिय है।
सितंबर 2024 में किया था आवेदन
बैंक ने यूनिवर्सल बैंकिंग लाइसेंस के लिए आरबीआई के पास आवेदन सितंबर 2024 में किया था। इस मंजूरी से अब AU बैंक बड़े कर्ज दे सकेगा, ज्यादा ग्राहक जोड़ पाएगा और सहायक कंपनियों की स्थापना भी कर सकेगा — ये सभी कार्य सीमित रूप से स्मॉल फाइनेंस बैंक ही कर पाते हैं।
बंधन बैंक के बाद पहला लाइसेंस
AU से पहले, कोलकाता स्थित बंधन बैंक को वर्ष 2015 में यूनिवर्सल बैंक का लाइसेंस मिला था, जो कि पहले एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी के रूप में काम करता था। आरबीआई ने वर्ष 2014 में पहली बार स्मॉल फाइनेंस बैंकों को पूर्ण बैंक में बदलने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिन्हें 2024 में और भी सख्त और पारदर्शी बना दिया गया।
किन शर्तों पर मिलती है यह मंजूरी
RBI की नई गाइडलाइंस के अनुसार, यूनिवर्सल बैंक का दर्जा पाने के लिए किसी भी स्मॉल फाइनेंस बैंक को कम से कम 5 वर्षों तक उत्कृष्ट कार्य प्रदर्शन करना जरूरी है। साथ ही 1,000 करोड़ रुपये की नेट वर्थ, पूंजी पर्याप्तता की शर्तों को पूरा करना, हाल के वर्षों में लाभ में होना और सीमित एनपीए दर जैसी शर्तें भी अनिवार्य हैं। AU बैंक ने इन सभी मानकों को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जिससे उसे यह प्रतिष्ठित मंजूरी मिल पाई है।