अदानी समूह और इसके अध्यक्ष गौतम अदानी को हिन्डेनबर्ग केस में बड़ी राहत मिली है। शुक्रवार को बाजार नियामक SEBI ने अमेरिकी अनुसंधान फर्म Hindenburg Research द्वारा लगाए गए आरोपों से अदानी समूह और गौतम अदानी को बरी कर दिया। SEBI की जांच में गौतम अदानी और अदानी समूह के खिलाफ कोई प्रमाण नहीं पाया गया।
SEBI ने आरोपों को किया खारिज
Hindenburg ने आरोप लगाया था कि अदानी समूह ने लेनदेन छुपाने के लिए तीन कंपनियों के जरिए धन का मार्ग तय किया। SEBI की जांच में पाया गया कि अदानी समूह ने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया। दो अलग-अलग आदेशों में SEBI ने स्पष्ट किया कि कोई धोखाधड़ी नहीं हुई और सभी ऋण समय पर ब्याज सहित चुकाए गए। SEBI ने यह भी कहा कि Adani Ports ने Adicorp Enterprises को फंड ट्रांसफर किया, जिसने इसे Adani Power को ऋण के रूप में दिया, जिसे बाद में अदानी पावर ने चुका दिया।
After an exhaustive investigation, SEBI has reaffirmed what we have always maintained, that the Hindenburg claims were baseless. Transparency and integrity have always defined the Adani Group.
We deeply feel the pain of the investors who lost money because of this fraudulent… pic.twitter.com/8YKeEYmmp5
— Gautam Adani (@gautam_adani) September 18, 2025
गौतम अदानी का बयान
अदानी समूह के अध्यक्ष गौतम अदानी ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर ट्वीट किया, “गहन जांच के बाद SEBI ने हमें निर्दोष पाया। हमने हमेशा कहा है कि Hindenburg के दावे बेबुनियाद थे। पारदर्शिता और ईमानदारी अदानी समूह की विशेषताएँ रही हैं। निवेशकों के नुकसान के लिए हम गहराई से सहानुभूतिपूर्ण हैं। झूठी खबर फैलाने वालों को देश से माफी मांगनी चाहिए।”
Hindenburg के आरोप
जनवरी 2023 में Hindenburg ने आरोप लगाया था कि अदानी समूह ने तीन कंपनियों: Adicorp Enterprises, Milestone Tradelinks, और Rehever Structures का इस्तेमाल फंड ट्रांसफर के लिए किया। उनका दावा था कि यह समूह ने संबंधित पक्ष लेनदेन नियमों को टाला और निवेशकों को गुमराह किया। Hindenburg की रिपोर्ट ने राजनीतिक विवाद को भी जन्म दिया और संसद में भी यह मुद्दा गरमाया।
पारदर्शिता और निवेशकों का भरोसा
SEBI के फैसले से अदानी समूह को बड़ी राहत मिली है और निवेशकों का भरोसा भी बढ़ा है। अदानी समूह ने हमेशा पारदर्शिता और ईमानदारी का पालन किया है। इस मामले ने यह भी दिखाया कि निवेशकों और मीडिया के बीच तथ्यों की जांच कितनी महत्वपूर्ण है। अब अदानी समूह भविष्य में भी निवेशकों को भरोसा दिलाने में सक्षम होगा।

