5G Speed network: भारत अब इंटरनेट स्पीड के मामले में दुनिया में 26वें स्थान पर पहुंच गया है जबकि सितंबर 2022 में यही भारत 119वें नंबर पर था। यह बड़ी छलांग केवल दो साल में मुमकिन हो पाई है और इसका सबसे बड़ा कारण है 5G तकनीक का देशभर में तेजी से विस्तार होना।
5G ने भारत की डिजिटल रफ्तार को दी पंख
5G नेटवर्क की शुरुआत अक्टूबर 2022 में हुई और इसके बाद से देश की औसत डाउनलोड स्पीड अप्रैल से जून 2025 के बीच 136.53 Mbps तक पहुंच गई। तुलना करें तो अमेरिका इस मामले में 176.75 Mbps के साथ 13वें स्थान पर है और चीन 207.98 Mbps के साथ 8वें स्थान पर। भारत ने सिर्फ स्पीड में ही नहीं बल्कि डिजिटल पहुंच में भी दुनिया को चौंका दिया है।

डेटा खपत में भी बना वर्ल्ड रिकॉर्ड
Ericsson Mobility Report के अनुसार भारत में एक व्यक्ति हर महीने औसतन 32 GB डेटा का इस्तेमाल कर रहा है जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। चीन में यह आंकड़ा 29 GB और अमेरिका में 22 GB है। 5G यूजर औसतन 40 GB डेटा हर महीने खपत कर रहे हैं जो दर्शाता है कि भारत के यूजर्स तकनीक को भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं।
देशभर में फैले 5G टावर, बढ़ा भरोसा
EY की रिपोर्ट बताती है कि भारत में अब 57% टेलीकॉम टावर 5G से लैस हो चुके हैं। मार्च 2025 तक 32.6 करोड़ 5G यूजर बन चुके हैं जो कि देश के कुल वायरलेस यूजर्स का 28% हैं। इससे यह साफ है कि 5G सिर्फ एक नई तकनीक नहीं बल्कि एक डिजिटल बदलाव का आधार बन चुका है।
स्मार्टफोन और UPI ने बढ़ाया डिजिटल ग्रोथ
भारत में अब लगभग 60 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स हैं और औसतन हर व्यक्ति दिन में 4.9 घंटे फोन पर बिताता है। साल 2024 में भारतीयों ने 1.1 ट्रिलियन घंटे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बिताए जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। वहीं, हर दिन 46 करोड़ लोग और 6.5 करोड़ व्यापारी UPI के जरिए डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं।

