प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अमेरिका के मनोनीत राजदूत सर्जियो गोर से मुलाकात की। यह मुलाकात इसलिए खास मानी जा रही है क्योंकि गोर ने अभी तक अपना पदभार संभाला नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी और गोर की यह वार्ता दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को व्हाइट हाउस प्रेस कॉन्फ्रेंस की एक फ्रेम की हुई तस्वीर भेंट की, जिस पर उन्होंने लिखा, ‘मिस्टर प्राइम मिनिस्टर, आप महान हैं!’
रक्षा और व्यापार पर चर्चा
गोर ने बताया कि उनकी मुलाकात में रक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। अमेरिका और चीन के बीच चल रहे दुर्लभ पृथ्वी तत्वों और महत्वपूर्ण खनिजों को लेकर विवाद के बीच गोर ने इन खनिजों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत के साथ अपने रिश्तों को बहुत महत्व देता है और राष्ट्रपति ट्रंप तथा पीएम मोदी के मजबूत नेतृत्व में दोनों देशों के बीच भविष्य में सकारात्मक प्रगति की उम्मीद है।
Glad to receive Mr. Sergio Gor, Ambassador-designate of the US to India. I’m confident that his tenure will further strengthen the India–US Comprehensive Global Strategic Partnership.@SergioGor pic.twitter.com/WSzsPxrJXv
— Narendra Modi (@narendramodi) October 11, 2025
विभिन्न सरकारी अधिकारियों से बैठक
सर्जियो गोर ने विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव विक्रम मिसरी से भी मुलाकात की। इन मुलाकातों से यह उम्मीद जताई जा रही है कि भारत और अमेरिका के बीच लंबित व्यापार वार्ता जल्द पूरी हो सकती है और शिखर बैठक के अवसर बन सकते हैं। यह असामान्य स्थिति है कि प्रधानमंत्री किसी राजदूत से उनके पदभार ग्रहण करने से पहले मिलें, जिससे यह संकेत मिलता है कि दोनों देश व्यापार समझौते के करीब हैं।
व्यापार समझौते और रणनीतिक साझेदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गोर से मिलकर उन्हें खुशी हुई और वे आश्वस्त हैं कि गोर के कार्यकाल में भारत-अमेरिका की व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी मजबूत होगी। हालांकि अमेरिका ने रूस से तेल खरीद पर भारत पर लगाए गए 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ को हटाने का अभी तक कोई संकेत नहीं दिया है। यह मुलाकात दोनों देशों के रिश्तों में आई गिरावट को सुधारने और भविष्य की साझेदारी को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
भारत-कनाडा संबंधों में सुधार
इसी समय, भारत और कनाडा के संबंधों में सुधार के प्रयास भी तेज हुए हैं। खालिस्तान समर्थक अलगाववादी की हत्या के बाद दोनों देशों के बीच आई खटास को दूर करने के लिए कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद जल्द ही दिल्ली आएंगी। वे विदेश मंत्री एस जयशंकर और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से व्यापार, ऊर्जा परिवर्तन और सुरक्षा जैसे विषयों पर सहयोग की रणनीति पर चर्चा करेंगी। यह प्रयास दोनों देशों के रिश्तों को सुधारने और नए सहयोग का मार्ग प्रशस्त करने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

